#JamiaFiring #JamiaUniversity #CAAProtest
72 साल पहले ठीक इसी दिन 1948 में नाथूराम गोडसे(NathuRam Godse) ने अहिंसा को हथियार बनाकर देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गोलीमार कर हत्या कर दी थी और अब 30 जनवरी 2020 में एक बार से फिर से ठीक उसी तरह से दिल में एक पिस्तौल से चली गोली ने देश को सकते में डाल दिया है। दिल्ली ही नहीं देश को एक बार सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हम जा कहां रहे हैं।
#CAA #NRC
दिल्ली में (Jamia University) जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा था। इसके विरोध में विश्वविद्यालय से राजघाट तक मार्च निकाला जाना था। इसी दौरान पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस तैनात थी।
विश्वविद्यालय के छात्र नारेबाजी कर रहे थे कि एक सिरफिरा अचानक जामिया के उस प्रदर्शन स्थल पर आया और कई नारे लगाते हुए गोली चला दी। इस इस हमले में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का एक छात्र जख्मी हो गया। गोली चलाने वाले की पहचान हो गई है. जो लोग वहां मौजूद थे वो बताते हैं कि "गोली चलाने वाले ने साफ साफ चीख कर कहा, 'लो ले तुम अब आजादी' इसके बाद उसने गोली चला दी।
अचानक गोली चलने से पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए। युवक को मौके पर ही दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया गया। अब उससे क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। आरोपी नाबालिग शख्स का कहना है कि फायरिंग वाली घटना में कोई शामिल नहीं था। जामिया के पास न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के थाने में आरोपी शख्स से पूछताछ की जा रही है।
जामिया इलाके में गोली चलाने वाले शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। गोली चलाने वाले नाबालिग शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और सशस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
आपको बता दें कि इस युवा ने जामिया में हमले से पहले उसने एक सोशल मीडिया साइट से लाइव भी किया था। लाइव में लेकिन उसने कुछ बोला नहीं। लाइव में उसने सिर्फ जामिया इलाके की भीड़ दिखाई। इसके बाद हमले से दो घंटे पहले उसने तबाड़तोड़ कई पोस्ट किए। इसमें उसने लिखा कि अब
‘शाहीन बाग... खेल खत्म’
'मेरी अंतिम यात्रा पर ... मुझे भगवा में ले जाएं... और जय श्री राम के नारे हो'
'मैं यहां अकेला हिंदू हूं'
'कोई हिंदू मीडिया नहीं है यहां'
'मैं यहां अकेला हिंदू हूं'
'मेरे घर का ध्यान रखना'
'आजादी दे रहा हूं'
आपको बता दें कि इस गोलीकांड की जड़े 2 साल पहले पश्चिमी यूपी में हुई कासगंज हिंसा के मामले से भी जुड़ती दिख रही हैं। जामिया नगर में गोली चलाने वाले शख्स ने इस घटना से पहले अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर जिन पोस्टों को शेयर किया है, उसमें चंदन गुप्ता का जिक्र किया गया है। चंदन गुप्ता वही शख्स हैं, जिसकी 26 जनवरी 2018 को कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई झड़प में चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज जिले के बिलराम गेट के पास तिरंगा यात्रा निकालने के दौरान दो संप्रदाय के लोगों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान हुई हिंसा में चंदन गुप्ता उर्फ अभिषेक की मौत हो गई थी। चंदन बीकॉम का स्टूडेंट था और वह एक सामाजिक संस्था भी चलाता था।
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